7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2021 | International Yoga Day 2021
7वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2021 | International Yoga Day 2021
21 जून, 2021 को विश्व स्तर पर 7 वें ‘अंतर्राष्ट्रीय
योग दिवस’( International
Yoga Day) का आयोजन किया जाएगा ।
आईडीवाई 2021 इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 7वां संस्करण है।
इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) का 7वां संस्करण 21 जून को होगा, जिसे माननीय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर वर्ष 2014 में सर्वसम्मति से संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा
आईडीवाई के रूप में मान्यता दी थी।
वर्ष 2015 में नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित पहले योग दिवस समारोह के दौरान दो गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए थे।
यह 35,985 लोगों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा योग सत्र था।
इसमें 84 राष्ट्रों के लोगों द्वारा हिस्सा लिया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय
योग दिवस की शुरुआत कब से?
विश्व स्तर पर
सर्वप्रथम वर्ष 2015 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया था।
इस वर्ष यह सातवाँ अवसर
है जब पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा
है।
11 दिसंबर 2014 को ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ के 69 वें सत्र के दौरान एक प्रस्ताव पारित करके 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस/विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने के लिये मान्यता दी गई थी।
संयुक्त राष्ट्र
महासभा के इस सत्र को संबोधित करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा
विश्व में योग को पहचान दिलाने एवं योग की महत्ता से विश्व को अवगत कराते
हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस सत्र में विश्व योग दिवस घोषित किये जाने से
संबंधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।
प्रधानमंत्री की इस
अपील के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा के 123 सदस्यों की इस बैठक में अंतर्राष्ट्रीय
योग दिवस के प्रस्ताव को रखा गया जिसमे 177 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा इस
प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर इस प्रस्ताव को मज़ूरी दी गई थी।
21
जून ही क्यों?
भारतीय संस्कृति एवं
परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है, जिसके
बाद 21 जून वर्ष का सबसे बड़ा दिन माना जाता है।
21 जून को सूर्य कुछ
शीघ्र उगता है तथा देर से डूबता है।
भारतीय परंपरा में
दक्षिणायन के समय को आध्यात्मिक विद्या प्राप्त करने के लिये बेहद अनुकूल समय माना
जाता है।
11 दिसंबर, 2014 को
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस/विश्व
योग दिवस के रूप में मनाए जाने को मान्यता दी थी।
वर्ष
2021 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम?
वर्ष 2021 के लिये
संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘योगा फॉर वेलबिइंग’ यानी ‘स्वास्थ्य के लिए योग’।
योग
दिवस की शुरुआत से लेकर अब तक योग दिवस की थीम एक नजर में
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2015 की थीम: 'सद्भाव और शांति के लिए योग'।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2016 की थीम: 'युवाओं को कनेक्ट करें'।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2017 की थीम: 'स्वास्थ्य के लिए योग'।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2018 की थीम: 'शांति के लिए योग'।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 की थीम: 'पर्यावरण के लिए योग'।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 की थीम: ‘स्वास्थ्य के लिये योग- घर पर योग’।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2021 की थीम: ‘योगा फॉर वेलबिइंग’ यानी ‘स्वास्थ्य के लिए योग’।
‘नमस्ते
योग’ मोबाइल एप
सातवें
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सिलसिले में एक कार्यक्रम के दौरान ‘नमस्ते योग’ नाम
से मोबाइल एप की शुरूआत की गई है।
इस कार्यक्रम का
आयोजन आयुष मंत्रालय ने मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से किया था।
‘नमस्ते योग’ एप को
लोगों के लिये एक सूचना मंच के रूप में तैयार किया गया है।
‘नमस्ते योग’ का
उद्देश्य योग के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसे अधिक-से-अधिक लोगों के लिये सुलभ
बनाना है।
इसके अलावा सामान्य
योग प्रोटोकॉल के विभिन्न पहलुओं पर आधारित 10 एपिसोड की एक शृंखला भी शुरु की गई
है, जिसे डीडी इंडिया चैनल पर प्रसारित किया जाएगा।
ये सभी पहलें
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को देखते हुए शुरू की गई हैं।
क्या
है योग?
‘योग’ शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है इसके अर्थ है- किसी व्यक्ति के शरीर एवं चेतना का मिलन या एकजुट होना।
योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी।
मान्यता के अनुसार मानव सभ्यता की शुरुआत से ही योग किया जा रहा है।
योग का महत्त्व
योग को प्राचीन भारतीय कला के एक प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
जीवन को सकारात्मक और
ऊर्जावान बनाए रखने में योग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वर्तमान समय में जब कोरोना
जैसी वैश्विक महामारी से संपूर्ण विश्व त्रस्त है ऐसे समय में भी लोग अनुलोम-विलोम, प्राणायाम जैसी
योग-विधियों के माध्यम से अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे हैं।
इसके अलावा शरीर के
किसी हिस्से में दर्द हो या फिर मानसिक तनाव इन सभी को बिना किसी नकारात्मक प्रभाव
के ठीक करने में योग एक बहेतर विकल्प है, जिसे संपूर्ण विश्व विश्व द्वारा
स्वीकारा जा रहा है।
संपादक
महावीर ताड़ा
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